मध्यप्रदेश में वोट के साथ नोट क्यों मांग रहे कांग्रेसी

मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव की तैयारी पूरे जोर - शोर से चल रही है। भाजपा जहां घर - घर जाकर वोट मांग रही है। वहीं कांग्रेस प्रदेश की राजधानी भोपाल में वोट के साथ जनता से नोट भी मांग कर रही है। कांग्रेस के उम्मीदवार और मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी रविवार भोपाल में जनता से चंदा मांगने निकले। जीतू पटवारी और भोपाल से लोकसभा प्रत्याशी अरुण सिंह ने लोगों से कहा - हमें वोट दे और नोट भी। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि एक रुपए से लेकर जितनी इच्छा हो आप चंदा दें। एक नोट , एक वोट के नारे के साथ निकली कांग्रेस व्यापारियों के पास पहुंची। दोनों ने न्यू मार्केट इलाके के दुकानों से चंदा इकट्ठा किया। कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में अपने सारे उम्मीदवारों से अपील की है कि वे अपने -अपने क्षेत्र में यह अभियान चलाएं।  

जीतू पटवारी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा - कांग्रेस आलाकमान  के निर्देश पर एक वोट-एक नोट अभियान चलाया जा रहा है। भाजपा सरकार के इशारे पर कांग्रेस पार्टी के खाते फ्रीज किए गए और आईटी विभाग द्वारा 1823 करोड़ की जबरन वसूली का नोटिस दिया गया है।  लोकसभा प्रत्याशी अरुण श्रीवास्तव और कांग्रेस के अन्य कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर न्यू मार्केट में जनता जनार्दन से ‘एक वोट-एक नोट’ की अपील के साथ आशीर्वाद लेकर आर्थिक सहयोग की अपील की है।

वहीं बीजेपी के जिला अध्यक्ष प्रभात साहू ने इसे महज एक चुनावी स्टंट बताया है। प्रभात साहू ने कहा कि कांग्रेस के प्रत्याशी को पता है कि उनकी हार सुनिश्चित है। जबलपुर की जनता भारतीय जनता पार्टी को अपना आशीष देने का मन बना चुकी है। तो वह ये सोच रहे हैं कि अपनी राशि क्यों खर्च करूं, जनता जो पैसा देगी उसी राशि से चुनाव लड़ लेंगे।

दरअसल , आयकर विभाग ने कांग्रेस को निर्धारण वर्ष  2014-15 से 2016-17 के लिए 1745 करोड़ रुपये का नोटिस थमाया है. इस नोटिस के साथ आयकर विभाग ने कांग्रेस को 3567 करोड़ रुपये के नोटिस दिए है। कांग्रेस ने बताया कि शुक्रवार को आयकर विभाग से मिले नोटिस में 1823 करोड़ का भुगतान करने को कहा गया है। इसके बाद से कांग्रेस ने  इसे भाजपा का षड्यंत्र बताते हुए चंदा अभियान की शुरुआत की है। 

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Ritik Nayak

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