लोकसभा चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन में सीटों की खींचतान दिखने लगी है। नवनिर्मित इंडिया गठबंधन में सीटों को लेकर कश्मकश जारी है। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी अकेले चुनाव लड़ने की बात कह चुकी है। उनका मानना है कि उनकी सीधी टक्कर भाजपा से है।
महाराष्ट्र में भी शिवसेना अपने लिए अधिक सीटों के लिए अड़ी है। महाराष्ट्र में पहले से ही कांग्रेस , शिवसेना , एनसीपी गठबंधन में है। सीटों की शेयरींग को लेकर संजय राऊत ने कहा कि शिवसेना
महाराष्ट्र और दादरा -नागर हवेली में 23 सीटों पर चुनाव लड़ती रही है और मजबूती से लड़ेगी। इन बयानों के बाद से दोनो पार्टियों में सीट बंटवारे को लेकर मुश्किल खड़ी होती नजर आ रही है।
शिवसेना नेता संजय राउत ने 29 दिसंबर को महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग पर कोई समझौता न करने के संकेत दिए। उन्होंने दावा किया कि शिवसेना महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी है। वहीं ममता बनर्जी भी उत्तर 24 परगना में एक रैली के दौरान अपने भाषण में भाजपा को सबक सिखाने की बात कहती नजर आई। वे बोली - बंगाल में भाजपा की सीधी लड़ाई टीएमसी से है किसी और से नहीं।
दिल्ली में सीटों के बंटवारे को लेकर ऊहापोह की स्थिति है। यहाँ कुल 7 लोकसभा सीट है। पिछले चुनाव में भाजपा ने यहाँ सारी सीट जीती था। ऐसे में आप की दिल्ली में सरकार होने व कांग्रेस के सबसे बड़ी पार्टी होने के कारण टिकट को लेकर कोई सहमती बनाना आसान नहीं होगा। यही हाल पंजाब में भी नजर आ रहा है। यहां कुल 13 लोकसभा सीट है और अरविंद केजरीवाल ने 13 ही सीटों पर लड़ने की मांग की है।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव ने कांग्रेस से 6 सीटें मांगी थीं, लेकिन कांग्रेस 4 सीटें छोड़ने को राजी थी। अखिलेश का कहना था कि यदि मुझे यह पहले पता होता कि गठबंधन विधानसभा स्तर पर नहीं है तो कांग्रेस से कभी बात ही नहीं करता। अखिलेश ने कांग्रेस को चेतावनी भी दी थी कि यूपी में कांग्रेस के साथ वैसा ही व्यवहार किया जाएगा, जैसा हमारे साथ कांग्रेस मध्य प्रदेश में कर रही है।
बात करें बिहार की तो यहाँ 40 लोकसभा सीट है। बिहार में सीटों को लेकर कांग्रेस ,आरजेडी ,जेडीयू और लेफ्ट को मिलाकर कुल 6 पार्टियां दौड़ में है। कांग्रेस जहाँ नौ सीटे मांग रही है तो लेफ्ट 12 सीटों पर नजर गढ़ाए बैठा है। आरजे़डी बिहार में विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है ऐसे में वो अपने लिए सबसे ज्यादा सीटें सुरक्षित करने में लगी है।
इंडिया गठबंधन में सीटों से लेकर प्रधानमंत्री उम्मीदवार को लेकर संशय बना हुआ है। नीतिश के समर्थक विधायक नीतिश को पीएम फेस घोषित करने की मांग करते रहते है। वहीं ,पिछली बैठक में ममता बनर्जी मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम प्रस्तावित कर चुकी है। जबकि सर्वविदित है कि कांग्रेस राहुल को प्रोजेक्ट करना चाहती है। ऐसे में पार्टी में सीटों और पीएम फेस को लेकर सहमति बनाना एक बड़ी चुनौती नजर आ रहा है।
Write a comment ...