कौन है अपनी तेज-तर्रार गेंदबाजी से सनसनी मचाने वाला मंयक

भारत में कोई गेंदबाज अगर 150 से अधिक की गति से गेंदबाजी करता है, तो हर क्रिकेट प्रेमी उत्साह और खुशी से झूम उठता है। इसी तरह के एक गेंदबाज ने लखनऊ सुपर जायंटस और पंजाब सुपर किंग्स के मैच में पदार्पण किया। इस युवा गेंदबाज ने लखनऊ की तरफ से गेंदबाजी करते हुए अपनी गति से शिखर धवन ,जाॅनी बेयरस्स्टो जैसे बल्लेबाजों को अपनी तेज गेंदों से छकाया। अनुभवी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी भी इस 21 साल के युवा की गेंदों की गति संभाल नहीं पा रहे थे। यह युवा गेंदबाज लगातार 150 से अधिक की गति से गेंद डाल रहा था। हालांकि सभी उस वक्त हक्का - बक्का  रह गए जब इस लड़के ने इस आईपीएल की सबसे तेज गेंद 155.8 की  गति से डाल दी। अपनी शानदार गेंदबाजी से अपने पदार्पण में ही मैन ऑफ द मैच बनने वाले इस खिलाड़ी का नाम मयंक यादव है। मयंक का नाम आज हर क्रिकेट प्रेमी के लब पर है,तो चलिए जानते है कौन है मयंक यादव ।

मयंक का जन्म 17 जुलाई 2002 को दिल्ली के मोतीनगर इलाके में हुआ।मयंक दांए हाथ से तेज - तर्रार गेंदबाजी करने के अलावा ठीक-ठाक बल्लेबाजी भी कर लेते है।मयंक की पढ़ाई पंजाबी बाग स्थित एस.एम आर्या स्कूल से हुई। यही से उन्हें तेज गेंदबाजी का शौक लगा। उनके पिता भी क्रिकेट के शौकीन थे। जिससे मयंक का झुकाव इसकी तरफ बढ़ता गया। 

मयंक के पिता ने  7 साल की उम्र में ही मयंक को जिमखाना क्रिकेट क्लब में दाखिल कर दिया था। कुछ वर्ष जिमखाना में बिताने के बाद मयंक के पिता ने उसे दिल्ली के प्रसिद्ध सोनेट क्रिकेट अकादमी में दाखिल करवा दिया। इसी अकादमी से शिखर धवन, ऋषभ पंत और आशीष नेहरा जैसे कई बेहतरीन क्रिकेटर निकले हैं। 

यहाँ उनके वर्तमान कोच देवेंद्र सिंह और तब के कोच रहे दिवंगत तारक सिन्हा मयंक के कौशल से बेहद प्रभावित हुए। मयंक के कोच ने मयंक की प्रतिभा निखारने के लिए उस पर विशेष ध्यान देना शुरू किया। उनके कोच बताते है कि मयंक की गति गाॅड गिफ्ट है। 14 -15 साल की उम्र में बेहद पतला - दुबला होने के बाद भी मयंक काफी तेज गेंद डालता था। तब सभी को आश्चर्य होता था कि मयंक की गति का राज क्या है। 

बीतते वक्त के साथ मयंक का खेल बेहतर होता गया। मयंक घरेलू क्रिकेट में अपनी धाक जमाने की कोशिश कर रहे थे। ऐसे ही विजय हजारे ट्रॉफी के एक मुकाबले में  लखनऊ सुपरजाएंट्स के अस्सिटेंट कोच विजय दहिया उनसे खासे प्रभावित हुए।दहिया उस दौरान उत्तर प्रदेश और लखनऊ सुपर जायंट्स दोनों टीमों के कोचिंग स्टाफ का हिस्सा थे।

इसके बाद लखनऊ की टीम ने मयंक को ट्रायल के लिए बुलाया और 2022 की आईपीएल की नीलामी में मयंक के बेस प्राइस 20 लाख में खरीदा। 2022 सत्र में मयंक आईपीएल का एक भी मैच नहीं खेल सके। मांसपेशियों में खिंचाव के कारण वह पूरे सत्र से बाहर थे। ऐसे में 2 साल के इंतजार के बाद मयंक ने इस साल पंजाब के खिलाफ डेब्यू कर सनसनी मचा दी है। 

मयंक अफ्रीकी तेज गेंदबाज डेल स्टेन के बड़े मुरीद है।वो कहते है कि मैं केवल एक गेंदबाज डेल स्टेन से प्रेरणा लेता हूँ । वह मेरे आदर्श है और मै उनसे बहुत कुछ सीखता हूँ । वो आगे कहते है - मैं अपने डेब्यू को लेकर काफी उत्साहित था। पिछले दो साल से मैं इस पल का इंतजार कर रहा था।। मुझे पूरा आत्मविश्वास था कि मैं यही के लिए बना है और मैं अच्छा करुंगा। 

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Ritik Nayak

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